Wednesday 10 May 2017

सम्भोग शक्ति बढ़ाने का सबसे अनोखा और चमत्कारी उपाय >जिसके उपयोग से आप बिस्तर पर मचा सकते है धमाल

सम्भोग शक्ति बढ़ाने का सबसे अनोखा और चमत्कारी उपाय >जिसके उपयोग से आप बिस्तर पर मचा सकते है धमाल
  
आयुर्वेद का सबसे सफल एवं महान सम्भोग शक्ति का नुस्खा है यह!! जो पुरुष एक बार यह नुस्खा प्रयोग कर लेगा और उसके बाद अपने साथी से संबंध बनाएगा तो मैं दावे के साथ कह सकता हूं वह नारी सिर्फ उसकी ही बन के रह जाएगी !!
इस चमत्कारी उपाय के अद्भुत फायदे :
·         यह दवा मर्दाना कमजोरी,शीघ्रपतन,शुक्राणु की कमी, लिंग का टेढापन , सेक्स की इच्छा करना जल्दी निकल जाना, हस्तमैथुन की वजह से,सुस्ती,इन्द्रिय का शिथिल हो पाना ,लंबे समय तक,व् वृद्ध अवस्था को रोकने इत्यादि में बहुत ही ज्यादा लाभकारी है। बचपन की गलतियों के कारण अगर आपका लिंग छोटा हो गया है या !! आपकी उम्र के मुताबिक आपके लिंग का साइज बढ़ नहीं पाया !! उसको भी हंड्रेड परसेंट गारंटी के साथ 1:30 से 2 इंच लंबाई और मोटाई लिंग की बढ़ाएगा और आपके वीर्य को गाढ़ा करके और ज्यादा मात्रा में बनाकर आपका सेक्स करने का टाइम 15 से 20 मिनट गारंटी के साथ हर हाल में करेगा !! आपके लिंग को पत्थर की तरह मजबूत करके पूरा स्ट्रांग कर देगा इसे 18 साल से लेकर 65 साल तक कोई भी पुरुष खा सकता है!! यह प्योर आयुर्वेदिक है है जिसका कोई साइड इफेक्ट नहीं है दवा बनाते समय यह ध्यान रखे की जड़ी बूटिया ज्यादा पुरानी हो,व् बढ़िया हो।. यह 100 % हर्बल है कोई साइड इफ़ेक्ट नही है। यह दवा 101% किसी रोगी को उदास नही होने देगी। यह हमने अपने बहुत मरीजो पर आजमा चुके है।





 पुरुषों के समस्त गुप्त रोगों का रामबाण प्रयोग :
1.    मूसली सफेद -35ग्राम
2.    मूसली काली -55ग्राम
3.    बहमन लाल -37ग्राम
4.    बहमन सफेद -37ग्राम
5.    सालम पंजा -52ग्राम
6.    सालम मिश्री -32ग्राम
7.    शुद्ध कौंच बीज -35ग्राम
8.    बीज बंद -45ग्राम
9.    पीला सतावर -32ग्राम
10.            अस्वगंधा -30ग्राम
11.            उंटंगन बीज -25ग्राम
12.            सालम गत्ता -20ग्राम
13.            रूमी मस्तगी – 25ग्राम
14.            अकरकरा -25ग्राम
15.            सिंघाड़ा गिरी -25ग्राम
16.            विधारी कंद -35ग्राम
17.            जायफल -35ग्राम
18.            दालचीनी -35ग्राम
19.            लौंग -35ग्राम
20.            जाफरन -27ग्राम
21.            रस सिंदूर -लगभग 32ग्राम
22.            शुद्ध शिलाजीत -60ग्राम
23.            बंग भस्म -40ग्राम
24.            मोती भस्म -25ग्राम
25.            स्वर्ण भस्म -5मासे
26.            प्रवाल पिष्टी -40ग्राम
27.            सिध्मकरद्धवज -20ग्राम
28.            लौह भस्म सहस्त्रपुस्तति -30ग्राम
29.            अब्रक भस्म सहस्स्त्रपुस्तति -30ग्राम
30.            उड़द की देसी घी में भुनी हुई दाल -175ग्राम
 तैयार करने का तरीका और प्रयोग विधि :
·         सभी औषधियों को धुप में सुखाकर चूर्ण बना ले !! फिर कपड़छान करे 2 बार फिर प्रयोग में लाये। आधा चम्मच सुबह आधा चम्मच शाम को खाना खाने के बाद दूध के साथ खाएं फिर देखिए इस नुस्खे का चमत्कार!!